रूड़की : आज़ादी के बाद पहली बार राम मंदिर आंदोलन ने देश मे एक बार फिर क्रांति का माहौल खड़ा हो गया, तब राम मंदिर आंदोलन की गूंज हर गली मोहल्ले व् घर मे राम नाम की लो प्रज्जवलित हो गयी थी | उस समय युवाओ मे बहुत उत्साह व् जोश शहर के साथ ग्रामीण खेमो मे भी पैदा हो रहा था | Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya


भाजपा के वरिष्ठ कार्य करता व कार सेवक श्री राजीव जिंदल भी उन् लोगो मे शामिल है जो राम मंदिर आंदोलन की गतिविधियों मे जिम्मेदारी निभाई , श्री राजीव जिंदल ने उस समय के राम मंदिर आंदोलन की यादे ताज़ा करते हुए बताया कि उस समय एक अलग तरह का उत्साह था व् हर राम भक्त अपने अपने तरह से इस आंदोलन को गति दे रहा था | पुरे देश मे राम नाम का माहौल था और हर कोई राम जनम भूमि के दर्शन करना चाहता था | Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya
श्री राजीव जिंदल ने बताया कि वे उस समय भाजपा रूडकी मंडल उपाध्यक्ष व् सदस्य प्रदेश परिषद (भाजपा) थे | भाजपा कि बैठके व् गतिविधिया उनके निवास (कलावती विद्या मंदिर ) से संचालित होती थी | विश्व हिन्दू परिषद की श्री सोम प्रकाश गुप्ता जी के निवास से संचालित , लाला अमरनाथजी के निवास से आरएसएस/ कार्यालय से संचालित होती थी | वर्ष 89 – 90 मे ज्योति पूजन व् रामशिला पूजन कार्यक्रम होने लगे थे | Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya

रूडकी मे रामशिला पूजन का कार्यक्रम सब्जी मंडी चौक के हनुमान मंदिर पर हुआ जहाँ पर शिलाओं का पूजन किया गया | आपको बताते हुए बहुत बहुत हर्ष हो रहा है कि उस समय मेरा ॐ भट्टा था जिसकी कुछ ओम ईटो का व् लाला अमरनाथ जी की अमर ईटो का पूजन करके राम जनम भूमि अयोध्या भेजा गया था | 90-91 मे मुझे गुप्त सुचना मिली की आज रात पुलिस ग्रिफ्तार करने वाली है, मे तुरंत बरेली होते हुए पीलीभीत पहुंच गया और उनकी गिरफ्त मे नहीं आ सका | Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya
वर्ष 1992 में राम मंदिर का मुद्दा हर तरफ छाया हुआ था | युवाओ में खासा जोश व् उत्साह था | हरकोई राम जनम भूमि के दर्शन करना चाहता था | पूरा देश राममय हो रहा था | उस समय भी पुलिस मझे नहीं पकड़ सकी, मै भूमिगत हो गया था | एक रुपए के नोट पर श्री राम की मोहर लगा कर कुछ नोट चलाए थे | Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya

वर्ष 1993 में गंग नहर थाना अध्यक्ष द्वारा मुझे मेरी फैक्ट्री से दोपहर में आवश्यक मीटिंग कहकर गंग नहर कोतवाली ले जाया गया जहा पर मुझे ग्रिफ्तार कर लिया गया | Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya
उस दिन मै और श्री चंद्र प्रकाश अग्रवाल अधिवक्ता गंग नहर थाने मे SO के कमरे मे रात्रि विश्राम किया , अगले दिन यह आरोप लगाया गया कि हम सिविल लाइन्स मे सरकार के विरुद्ध जनता को सम्बोदित कर रहे थे और इस धारा मे चलान काट कर जेल भेज दिया गया | उस दिन जेल मे हम 4 कारसेवक थे शाम तक लगभग 25-30 कर सेवक आ गए | अगले दिन हरिद्वार जिले मे लगभग 150-200 कारसेवक आ गए थे | जेल मे हमने सुविधाओं कि मांग की व् जेल मैन्युअल जो जेल मे उपलब्ध नहीं थी | उस समय के SDM (राम भक्त ) शाम को जेल मे आये और जेल मैन्युअल को उपलब्ध कराया गया |मेरे निवेदन पर जेलर दयारा टेलीविज़न लगाने की अनुमति दी और जेल मे टी वी लगवाकर कार्य सेवको को रामायण आदि दिखाई गयी | Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya

श्री राजीव जिंदल जनसंघ व भाजपा के पुराने कार्य करता है अनेक दायित्वों को निभाया है | 1985 मे भाजपा से रूड़की विधान सभा का चुनाव भी लड़ा था व् अपने 13 सूत्री घोषणा पत्र मे रूड़की को जिला बनाने (जो श्री रामयक्ष एमएलसी द्वारा हरिद्धार को वनवा दिया ) | रूड़की विश्वविधायलय (IIT) मे कृषि विज्ञानं शाखा आदि की घोषणा भी की थी | आपात काल मे उनके घर पर तलाशी भी ली गयी थी | हमेशा धार्मिक कार्य मे सक्रीय रहे। अभी अपने शहर रुड़की चाऊ मंडी गोशाला मे भगवन श्री गोपाल के भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया है | रामेश्वर के राम सेतु की रामशिला को लाकर श्री गोपाल मंदिर मे स्थापित किया है। Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya

उन्होंने कहा कि उन्हें ख़ुशी है कि संघर्ष व् त्याग के बाद राम मंदिर का सपना पूरा होने जा रहा है | 22 जनवरी को श्री राम मंदिर मे भगवन राम कि मूर्ति की प्रतिष्ठा हो रही है उस दिन को दिवाली के रूप मे बनाने की अपील की व् मांग की कि सरकार द्वारा 22 जनवरी को प्रतिवर्ष राम दीपावली का अवकाश घोषित करे और बनाने कि अपील की |
माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व मे नए भारत का उदय हो रहा है जिसमे विकास खुशाली , सदभावना, एकता आदि होंगी | Rajiv Jindal had worshiped bricks and sent them to Ayodhya