दोहा: कतर की अदालत ने आठ भारतीय नागरिकों को फांसी की सजा सुनाई है। सजा पाए सभी आठ लोग भारतीय नेवी के रिटायर्ड अधिकारी हैं। इन सभी को पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से ये लोग कतर की जेल में बंद हैं। बीते साल जब इनको गिरफ्तार किया गया तो ये लोग एक निजी फर्म के लिए काम कर रहे थे। दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजी एंड कंसल्टेंसी सर्विसेज नाम की इस फर्म का काम डिफेंस सर्विस देना था। इसका मालिक रॉयल ओमान की वायु सेना से रिटायर है। फर्म के मालिक को भी इन लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था लेकिन पिछले साल नवंबर में उसको रिहा कर दिया गया।
ये सभी आठ लोग जिस फर्म के लिए काम कर रहे थे। वह कतर की डिफेंस फोर्स को ट्रेनिंग और इससे जुड़ी दूसरी सेवाएं देती है। इन आठ लोगों की गिरफ्तारी और सजा के बाद भी कतर सरकार ने इनके खिलाफ लगे आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि यह कतर की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ा मामला था। अदालत में सुनवाई में के दौरान आरोपों पर बहस हुई लेकिन ना तो कतर और ना ही भारत सरकार ने उन्हें सार्वजनिक किया है।
इजरायल के लिए जासूसी बनी सजा की वजह?
इन सभी आठ पूर्व नेवी अधिकारियों को 30 अगस्त, 2022 की रात में गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद से इन लोगों को काफी समय तक सबसे अलग एक जेल में रखा गया। भारतीय दूतावास को भी आधा सितंबर गुजरने के बाद इनकी गिरफ्तारी की जानकारी मिली। 30 सितंबर को इनको अपने परिजनों से बात करने की इजाजत मिली। इसके बाद ट्रायल में भी देरी की गई। करीब आठ महीने के बाद इस साल 29 मार्च को ट्रायल शुरू हुआ। सात महीने तक चली सुनवाई के बाद सभी आठ लोगों को मौत की सजा का ऐलान कर दिया गया।
कतर और भारत सरकार ने आरोपों का खुलासा नहीं किया है लेकिन मीडिया रिपोर्ट में इससे जुड़ा बड़ा दावा सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन लोगों को कतर की एडवांस पनडुब्बियों के बारे में इजरायल के लिए जासूसी करने का मामले में सजा हुई है। इन पनडुब्बियों में ऐसी क्षमताएं हैं, जिससे इनका किसी भी दूसरी सेना के लिए पता लगाना बहुत मुश्किल है। इनको कतर की नेवी के लिए बहुत अहम माना जाता है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि जिस फर्म के लिए ये लोग काम कर रहे थे, उनकी प्रतिद्वंद्वी एक दूसरी कंपनी का इस पूरे मामले में हाथ हो सकता है।
