संभल–(भूमिक मेहरा) कैला देवी थाना क्षेत्र के गांव भमोरी पट्टी निवासी किशोरी की हत्या में नजदीकियों के ही शामिल होने के प्रमाण पुलिस को मिले हैं। इस हत्याकांड में नामजद आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को सुबूत नहीं मिले हैं। पुलिस इस वारदात की कड़ी से कड़ी को जोड़ते हुए कातिलों के नजदीक पहुंच गई है और शनिवार को सनसनीखेज खुलासा कर सकती है। बुधवार की रात करीब साढ़े दस बजे गोली मारकर किशोरी की हत्या कर दी गई थी। किशोरी के भाई नीरज ने पुलिस को बताया था कि वह अपनी बहन और मां राजवती के साथ गाजियाबाद से गांव लौट रहा था। सौंधन बस अड्डे से वह बाइक से अपनी मां और बहन को लेकर लेकर आ रहा था। रास्ते में गांव भमोरी पट्टी में पहुंचने से पहले कार सवार दो लोगों ने किशोरी के बाल पकड़कर उसको गिरा दिया और सिर में गोली मार दी। आरोपियों को पहचानने का दावा करते हुए कहा कि हत्या करने में रजपुरा थाना क्षेत्र के गांव सैतुआ निवासी पप्पू और गांव भमोरी पट्टी निवासी रिंकू शामिल हैं। यह दोनों रिश्ते में मामा-भांजे हैं।
पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया था। आरोपियों से पूछताछ में ऐसा कोई सुबूत पुलिस को नहीं मिला जिससे यह तय हो पाता कि इन्होंने हत्या की है। इसके बाद पुलिस ने अलग अलग बिंदुओं पर छानबीन की। पुलिस का मानना है कि किशोरी की हत्या में उसके किसी नजदीकी का ही हाथ है।
बाइक गिरी, लेकिन किसी को चोट नहीं लगने से पुलिस को हुआ शक
नीरज ने पुलिस को बताया था कि जब वह मां और बहन को बाइक से गांव लेकर लौट रहा था तो तेज बारिश हो रही थी। बारिश से बचने के लिए गांव सौंधन में एक मेडिकल स्टोर के नजदीक ठहर गए थे। काफी देर बाद जब बारिश थमी तो आगे बढ़े। गांव के नजदीक कीचड़ था। इसलिए बाइक धीमी कर ली और इसी दौरान कार सवार दो लोग आए और उन्होंने किशोरी के बाल खींचे तो बाइक गिर गई। इसके बाद सिर पर गोली मारकर भाग गए। बाइक गिरने के दौरान चोट किसी को नहीं लगी। यह सवाल भी पुलिस के दिमाग में घूम रहा है।
वारदात वाले दिन पप्पू के पिता का हो गया था निधन
पुलिस को आरोपियों के नाम पता चले तो पकड़ने के लिए टीम दौड़ गई। रजपुरा थाना क्षेत्र के गांव सैतुआ पहुंचे तो वहां पप्पू के पिता जुगली की घटना से करीब डेढ़ घंटे पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। पप्पू और रिंकू वहां मौजूद मिले। पुलिस ने इसी दौरान दोनों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद सर्विलांस और अन्य माध्यम से छानबीन की। इसमें भी सुबूत नहीं मिला। एसपी ने बताया कि दोनों आरोपी रिश्ते में मामा भांजा हैं। पुलिस टीम को दोनों नामजद आरोपी गांव सैतुआ में मिले।
अपहरण करने के मामले जेल गए थे मामा-भांजे
किशोरी के पिता प्रीतम सिंह ने 23 फरवरी 2024 को गाजियाबाद के थाना लिंक रोड में किशोरी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें रिंकू पर बहला फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया था। पप्पू सहयोगी बताया गया था। इस मामले में रिंकू को 3 मार्च 2024 को गाजियाबाद के लिंक रोड थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रिंकू घटना के समय नाबालिग था। उसको जमानत 30 अगस्त को मिली है। इसके बाद से वह गांव में ही रह रहा था। जबकि किशोरी अपने परिवार के साथ गाजियाबाद में रह रही थी। बुधवार की रात को ही गांव लौट रही थी।
सीसीटीवी फुटेज से मिले कई अहम सबूत
किशोरी के भाई नीरज के अनुसार घटना रात करीब 10.30 बजे के आसपास की है। गांव सौंधन में एक मेडिकल स्टोर और मिठाई की दुकान के नजदीक बारिश के दौरान रूकने की बात पुलिस को बताई गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और दुकानदारों से जानकारी की तो कई अहम सुबूत मिले। एसपी ने बताया कि तीन टीमों को इस खुलासे के लिए लगाया गया है। जो सबूत अभी तक मिले हैं वह किशोरी के अपनों के खिलाफ हैं। कड़ी से कड़ी मिलाई जा रही है। उसके बाद खुलासा करेंगे।
किशोरी की हत्या के आरोप में जो लोग नामजद हैं उनके खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिला है। घटना के खुलासे के लिए गठित टीमों को कई अहम सबूत मिले हैं। इससे साफ हो गया है कि किशोरी की हत्या में उसके किसी नजदीकी का हाथ है। इस हत्याकांड का जल्द खुलासा किया जाएगा। – कृष्ण कुमार,एसपी, संभल