UP News: मुजफ्फरनगर के हिस्ट्रीशीटर प्रॉपर्टी डीलर की कनपटी पर गोली मारकर हत्या, तीन भाई गिरफ्तार

मेरठ–(भूमिका मेहरा) मुजफ्फरनगर के गांव जौला निवासी प्रॉपर्टी डीलर मुर्सलीन (50) की हत्या कर शव सरूरपुर थाना क्षेत्र के गांव डाहर में रजबहे की पटरी फेंक दिया गया। परिजनों का आरोप है कि प्रॉपर्टी के विवाद में घर से बुलाकर उसकी हत्या की गई। उन्होंने गांव के ही मुजम्मिल और उसके भाई आशु व हारुन उर्फ मुखिया के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर उनकी कार भी कब्जे में ले ली है। मेरठ के सरूरपुर के गांव डाहर निवासी कुछ किसान बृहस्पतिवार शाम पांच बजे चारा लेने खेत में जा रहे थे। रास्ते में रजबहे की पटरी के किनारे लहूलुहान हालत में शव मिला। किसानों ने पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सिर में कनपटी के पास गोली का निशान था। मृतक के फोटो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए। इन्हें देखकर मुजफ्फरनगर के गांव जौला से ग्रामीण मोर्चरी पहुंचे। शव की पहचान मुर्सलीन के रूप में की। मुर्सलीन के पुत्र तासीन ने बताया कि पिता प्रॉपर्टी डीलर थे। बृहस्पतिवार दोपहर किसी ने फोन कर उन्हें बुलाया था। इसके बाद कार में उन्हें लेकर चले गए। एसपी देहात राकेश मिश्रा का कहना है कि परिजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

गांव के मुजम्मिल और आशु से चल रहा था विवाद

मुर्सलीन (50) की हत्या प्रॉपर्टी के विवाद में होने की आशंका जताई जा रही है। मुर्सलीन के बेटे तासीन ने बताया कि गांव के ही मुजम्मिल और आशु से 40 लाख की प्रॉपर्टी का विवाद चल रहा है। बृहस्पतिवार को ये दोनों लोग ही उनके घर कार लेकर पहुंचे थे। दोनों ने फोन कर उसके पिता को घर के बाहर बुलाया। कुट्टी वाले भट्ठे पर चलने की बात कहकर साथ ले गए। आरोप है कि इन्हीं लोगों ने गोली मारकर उसके पिता की हत्या कर दी।

पुलिस का दावा, कहीं और की हत्या

पुलिस का मानना है कि मुर्सलीन की हत्या कहीं और की गई है। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के मकसद से डाहर गांव में फेंककर आरोपी फरार हो गए। एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा का कहना है कि कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

बुढ़ाना कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर था मुर्सलीन

मुर्सलीन गांव में ब्याज पर रुपये के लेन-देन का काम भी करता था। पुलिस ने बताया कि मृतक बुढ़ाना का हिस्ट्रीशीटर था। क्षेत्र में हुई लूट की वारदातों के अलावा अन्य मामलों में नामजद रहा और जेल गया था। लूट समेत अन्य मामलों के छह मुकदमे उसके खिलाफ दर्ज हैं।