अब तक 15 शव बरामद, 10 से ज्यादा लापता, सड़क, पुल और संपत्तियां नष्ट..

 देहरादून में देर रात बादल फटने से भारी तबाही मची है। कुछ मजदूरों के बहने की सूचना है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत चमोली, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल जिले के कुछ इलाकों में तेज दौर की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी तेज बारिश होने की संभावना है। 21 सितंबर तक प्रदेशभर में तेज दौर की बारिश होने के आसार हैं।

दुकानदारों का भड़का गुस्सा, कहां पर्यटन विभाग ने नहीं दिया कुछ

गुच्चुपानी के दुकानदारों ने बताया कि गुच्चुपानी में पर्यटक सीजन जैसे ही शुरु होता है उसी दौरान वहां पर विभाग की टीम आती है। हर साल 10 प्रतिशत टैक्स बढ़ा दिया जाता है लेकिन सुविधा के नाम पर उनको कुछ नहीं दिया जाता। दुकानदारों ने बताया कि दुकानों और नदी के बीच एक मजबूत पुश्ता बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है लेकिन नहीं बनाया। इसके अलावा गर्मी में यहां पर पानी कम हो जाता है। ऐसे में पानी रोककर छोड़ने की व्यवस्था करने की भी गुहार कई बार लगाई गई।

एक हजार से ज्यादा लोग फंसे थे सुबह

बारिश के चलते पुल और सड़कों के टूटने से एक हजार से अधिक लोग अलग-अलग जगह फंसे हुए थे। इन्हें एसडीआरएफ और अन्य बचाव दलों ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला। इनमें सिंघनीवाला में एक, मसंदावाला में 04, ठाकुरपुर में 01, सहस्रधारा रोड पर 04, हेरिटेज होटल मसूरी में 08, लिटिल हैवन होटल मसूरी में 15, पंचकूली रायपुर में 30, डालनवाला एमडीडीए कॉलोनी क्षेत्र में 20, सेरकी में 06, देवभूमि इंस्टीट्यूट पौंधा में 500 और परवल प्रेमनगर में 10 लोगों के फंसे होने की सूचना पुलिस व आपदा कंट्रोल रूम को मिली थी।

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देहरादून-पांवटा राजमार्ग पर यातायात बंद

भारी बारिश के कारण टोंस नदी पुल के पास सड़क बह गई है। जिससे देहरादून-पांवटा राजमार्ग पर यातायात बंद हो गया है।

फुलेट गांव में मकान गिरा, आठ मजदूर दबे

फुलेट गांव में एक मकान गिर गया। बताया जा रहा है कि उसमें आठ मजदूर दब गए हैं। दो को स्थानीय लोगों ने निकाल लिया है। यह गांव शहर से करीब 18 किमी ऊंचाई पर है। यहां पैदल चढ़ाई कर जाने में टीमों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।

जान बचाने के लिए कई लोग बिजली के खंभों पर चढ़ गए

देहरादून में बादल फटने की घटना ने तबाही मचा दी है। आपदा में अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं। तेज़ बारिश और अचानक बढ़े जलस्तर से आसन नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया, जिससे आसपास के इलाके जलमग्न हो गए। हालात इतने गंभीर थे कि देहरादून के ठाकुरपुर में कई लोगों ने जान बचाने के लिए बिजली के खंभों और ऊंची जगहों पर चढ़कर शरण ली। एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। कई लोगों को सुरक्षित निकाला गया। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है।

प्रेमनगर में बीच से टूटा नंदा की चौकी के पास पुल, संपर्क कटा 

बारिश के चलते प्रेमनगर में नंदा की चौकी पुल के बीच का हिस्सा ढह गया। इससे प्रेमनगर से विकासनगर, सेलाकुई समेत अन्य जगह जाने का संपर्क मार्ग भी कट गया।

भारी बारिश से देहरादून-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ पुल की एप्रोच रोड बही

भारी बारिश के कारण  लालतप्पड़ क्षेत्र में भी काफी नुकसान हुआ है। थानों और भोगपुर की पहाड़ियों में हुईं भारी बारिश के कारण  जाखन नदी में उफान आ गया। जिससे बड़कोट और थानों वन रेंज से दर्जनों बड़े पेड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ जाखन पुल के नीचे फंस गए। जिससे बाढ़ का पानी ओवरफ्लो होकर पुल के ऊपर से बहने लगा। दर्जनों लोगों के घरों में भी घुस गया। वहीं कई खेत भारी कीचड़ से भर गए। पुल के पास स्थित देवी के मन्दिर परिसर में कीचड़ भर गया। पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर दोनों तरफ के ट्रैफिक को रुकवाया।