उत्तर प्रदेश-(भूमिका मेहरा)शाहजहांपुर के रंगकर्म से लेकर बॉलीवुड तक अपनी अभिनय क्षमता का लोहा मनवाने वाले राजपाल यादव फिल्म अता पता लापता बनाने के बाद से कर्ज के जाल में फंसते चले गए। एक उद्यमी से लिया कर्ज नहीं चुका पाए तो जेल जाना पड़ गया। वहीं, अब बैंक से लिया कर्ज न चुका पाने पर पिता के नाम दर्ज करोड़ों की संपत्ति सील कर दी गई है।बंडा के छोटे से गांव कुंडरा से निकलकर बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने वाले राजपाल यादव को जंगल फिल्म से पहचान मिली थी। इसमें उनके छोटे से रोल ने उन्हें खासी प्रसिद्धि दिलाई थी। इसके बाद राजपाल ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। कई फिल्मों में उनके निभाए किरदार आज तक लोगों के दिलोदिमाग में छाए हुए हैं। बाद में उन्होंने अभिनय के साथ ही फिल्म प्रोडक्शन में भी हाथ आजमाने का फैसला किया। 2010 में उन्होंने फिल्म अता पता लापता बनानी शुरू की। फिल्म बनाने के दौरान शाहजहांपुर के कई लोगों को भी राजपाल ने मौका दिया था ब्याज पर लिए थे पांच करोड़ रुपये फिल्म बनी लेकिन कब आकर चली गई, पता नहीं चला। इसके बाद से राजपाल यादव कर्ज चुकाने में पिछड़ते चले गए। मुरली प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर उद्योगपति माधौगोपाल अग्रवाल से राजपाल यादव ने 2010 में फिल्म अता पता लापता बनाने के लिए पांच करोड़ रुपये ब्याज पर लिए थे। ब्याज समेत जब रकम 10 करोड़ पहुंच गई तो उन्होंने वापस करने के लिए कहा।कई बार कहने के बाद राजपाल ने पांच करोड़ रुपये का चेक दिया जो बाउंस हो गया, तब कंपनी ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मामले में राजपाल को जेल भी जाना पड़ा था। एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि राजपाल की संपत्ति सील किए जाने की उनको जानकारी नहीं है।
Rajpal Yadav: राजपाल यादव फिल्म बनाने में कर्ज में डूबते चले गए, जेल भी जाना पड़ा…
