रुड़की (देशराज पाल)। यदि आप गुड खाने के शौकीन है तो सावधान हो जाइए क्योंकि यह आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। ऐसा ही मामला प्रकाश में आ रहा है जहां पर क्षेत्र के ज्यादातर कोहलूओं पर भारी मिलावट खोरी कर चीनीयुक्त गुड़ तैयार किया जा रहा।
गौरतलब कि जैसे-जैसे सर्दी का मौसम आना शुरू हो जाता है तो वैसे-वैसे क्षेत्र के कोहलूओं पर गुड बनाने का काम बड़े पैमाने पर होने लगता है।
बताया जाता है कि सर्दियों में गुड ज्यादा खाया जाता है और गुड़ के शौकीन आसपास के कोहलूओं पर जाकर ताजा गुड लेना पसंद करते हैं।
वहीं ज्यादातर लोग चीनी की जगह अब गुड़ को पसंद कर रहे हैं। क्योंकि, साफ-सुथरा गुड़ सेहत के लिए अच्छा और हेल्दी होता है। लेकिन आजकल बाजार में गुड़ के भी इतने प्रकार और रंगों में है कि उसमें हम धोखा खा जाते हैं। अनजाने में मिलावटी और चीनी जितना हानिकारक गुड़ खा रहे हैं,
जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। अधिकतर गुड़ में रासायनिक पदार्थों की मिलावट की जा रही है जिस कारण गुड़ का कलर बदल जाता है। गुड़ में चीनी का पाउडर मिलाए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं कई गन्ना कोलूओं पर तो खुलेआम चीनी की बोरियां तक रखी हुई है
अब ऐसे में लगता है कि ना तो उन्हें विभागीय अधिकारियों का डर है और ना ही लोगों की सेहत खराब करने का। इकबालपुर चौकी क्षेत्र के गन्ना कोहलू पर तो गुड में चीनी मिलाए जाने का काम खुलेआम चल रहा है।
भगवानपुर, झबरेड़ा, तेज्जपुर, नारसन आदि क्षेत्र में गुड में चीनी सहित अन्य केमिकल मिलाकर गुड तैयार किया जा रहा है जो कि लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने का काम हो रहा है। विभाग के अधिकारी को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि लोगों को साफ-सुथरा गुड़ मिल सके।