रविवार रात और सोमवार तड़के हुई मूसलाधार बारिश से क्षेत्र की गंगा, सोलानी और बाणगंगा नदिया उफान पर आ गई हैं। इससे खेत, नाले, तालाब पानी से लबालब भर गए हैं। कई जगह गांवों के संपर्क मार्ग के ऊपर भी बरसात का पानी बह रहा है।
इस साल क्षेत्र में अब तक जरूरत से कई गुना ज्यादा बरसात हो चुकी है। इस कारण गंगा, सोलानी, बाणगंगा और पथरी नदी उफनाई हुईं हैं। धान, गन्ना और हरे चारे की हजारों बीघा फसलें भी पानी में डूबी हैं। पिछले दस दिन के भीतर गंगा का जलस्तर दो बार खतरे के निशान 294 मीटर से ऊपर पहुंच चुका है।
अब हालात दोबारा बिगड़ गए हैं। गंगा का जलस्तर सोमवार तड़के आठ बजे चेतावनी निशान 293 को पार कर 293.10 मीटर पहुंच गया। इसके कारण क्षेत्र के कई संपर्क मार्ग भी जलमग्न हैं। किसान मदन सिंह, कुंवरपाल, मुकेश कुमार आदि ने बताया कि पिछले कुछ दिन से मौसम साफ था। इसकी वजह से नदियों का जलस्तर भी घट गया था।

साथ ही फसलों में भरा पानी भी काफी कम हो गया था लेकिन रविवार रात फिर मूसलाधार बारिश हुई है। इससे पानी का स्तर फिर बढ़ गया है। एसडीएम सौरभ असवाल का कहना है कि अभी तहसील क्षेत्र में हालात सामान्य हैं। फसलों में जलभराव हुआ है। पानी उतरने के बाद इसके नुकसान का आकलन कराया जाएगा।