सहारनपुर–(भूमिक मेहरा) सहारनपुर में दुष्कर्म के बाद पीड़िता के 164 के बयान बेहद अहम होते हैं, जो मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए जाते हैं, लेकिन जिले में पहला ऐसा मामला आया है जिसमें सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के बयान समझने के लिए दो एक्सपर्ट की तलाश की गई है। युवती के हावभाव से दोनों एक्सपर्ट बयानों को समझेंगे। दरअसल, युवती मानसिक रूप से कमजोर है, जिस कारण वह कुछ भी बताने में असमर्थ है। ऐसे में आठ दिन बीतने के बाद भी युवती के बयान दर्ज नहीं हो पा रहे। अब जाकर सरसावा थाना पुलिस की तलाश पूरी हुई है। पुलिस ने दो एक्सपर्ट तलाशे हैं। एक मूक बधिर के हावभाव समझने वाले और दूसरे मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति से बातचीत में एक्सपर्ट हैं। दोनों एक्सपर्ट पीड़िता के बोलचाल के लहजे और इशारों में उसके बयानों को समझेंगे। थाना पुलिस का कहना है कि दो एक्सपर्ट तलाश किए गए हैं।
जल्दी ही पीड़िता के बयान दर्ज कराए जाएंगे। चार्जशीट में आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। युवती के बयान चार्जशीट में शामिल कर कोर्ट में पेश कर दी जाएगी।
ऐसे समझें मामला
28 अगस्त को सरसावा थाना क्षेत्र के एक गांव में हरियाणा के यमुनानगर के बलाचौर गांव से बारात आई हुई थी। दुल्हन के घर के नजदीक मानसिक रूप से कमजोर एक युवती अपने दो भाइयों के साथ रहती है। दोनों भाई दिन भर मजदूरी के लिए घर से बाहर रहते हैं। घर पर युवती अकेली थी। इसी दौरान बारात में शामिल दो लोगों ने घर में घुसकर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था।
पड़ोस की रहने वाली महिला ने जब दोनों आरोपियों को घर से निकलते देखा तब पूरे मामले का पता चला। जिसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गए थे। सीसीटीवी के आधार पर दुल्हे के परिजनों को उनके फोटो दिखाए गए, तब जाकर दोनों आरोपियों की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी सुरेंद्र और जनरैल सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।