एक ऐसी डराने वाली रिपोर्ट आई है जिसमें कहा गया है कि देश में करोड़ों युवाओं और बच्चों की किडनी खराब है। डर इस बात का ज्यादा है कि उनमें से 50% ऐसे हैं जिन्हें अपनी बीमारी की जानकारी ही नहीं है। बीमारी पता हो तो वक्त पर इलाज मुमकिन है। वरना ये कंडीशन क्रॉनिक किडनी डिजीज़ में बदल जाती है और फिर ट्रांसप्लांट की नौबत आ जाती है। ट्रांसप्लांट के लिए डोनर ही कहां मिलते हैं। डिमांड इतनी ज़्यादा है कि लोगों को कई कई साल तक इंतजार करना पड़ता है। इसलिए अवैध तरीके से किडनी ट्रांसप्लांट का कारोबार दिन ब दिन बड़ा होता जा रहा है।

आलम ये है कि 4-5 लाख रूपये डोनर को देकर जरूरत मंद मरीजो को वही किडनी 25-30 लाख रूपये में बेची जाती है। जब तक किडनी नहीं मिलती तब तक उन मरीजो को डायलिसिस के भरोसे रहना पड़ता है। इसलिए गु्र्दों की सेहत का ख्याल रखने की सख्त ज़रूरत है। खासकर मॉनसून में क्योंकि इस मौसम में होने वाला वायरल इंफेक्शन, निमोनिया लंग्स के साथ किडनी पर भी वार कर रहा है। लोगों के गुर्दे फेल हो रहे हैं। यानि इस मौसम में तमाम वायरल-बैक्टीरियल इंफेक्शन और निमोनिया से लड़ने के साथ साथ किडनी को भी बचाना है। किडनी को बीमारियों से बचाने का सबसे आसान तरीका है योग-एक्सरसाइज़। स्वामी रामदेव से जानते हैं किडनी को 100 साल तक कैसे हेल्दी रखें?