कलियर साबिर पाक का उर्स उनकी याद में और उनकी आध्यात्मिक शिक्षाओं का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। हज़रत साबिर पाक, जिनका असली नाम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर था, एक प्रसिद्ध सूफ़ी संत थे।
उन्होंने अपनी ज़िंदगी मानवता की सेवा, प्रेम, और आध्यात्मिक मार्गदर्शन में बिताई। उनके उर्स के मौके पर लोग उनकी दरगाह पर इकट्ठा होते हैं, दुआएं करते हैं, कव्वाली सुनते हैं और उनकी शिक्षाओं को याद करते हैं।
उर्स का अर्थ है “विलय” या “मिलन”, और सूफ़ी परंपरा में यह संत की मृत्यु के दिन मनाया जाता है, क्योंकि इसे उनके ईश्वर से मिलने का दिन माना जाता है।