उत्तराखंड का मौसम 26 अगस्त 2025: मौसम विज्ञान केंद्र ने आज देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में भारी से भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में भी बिजली चमकने और गर्जन के साथ तेज दौर की बारिश होने की संभावना है। आगामी 29 अगस्त तक मौसम की स्थिति ऐसी ही रहने की उम्मीद है।
उत्तराखंड में रुक-रुक कर बौछारों का दौर चल रहा है। देहरादून में रविवार रात से झमाझम बारिश होती रही लेकिन सुबह के समय बारिश रुक गई और धूप निकल आई। पूरे दिन धूप और बादलों की आंख-मिचौली चलती रही लेकिन सोमवार की शाम को तीव्र बौछारों के दौर हुए।
देहरादून के ज्यादातर क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई, जबकि रात के समय भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बौछारें पड़ती रही। आज भी कहीं-कहीं बारिश का क्रम जारी रहेगा। देहरादून और आसपास के क्षेत्र में आंशिक बादल जाने से लेकर आमतौर पर बादलों का डेरा रह सकता है।
वही थराली के राड़ीबगड में सोमवार को एसडीएम कार्यालय के पीछे भूस्खलन हो गया। भूस्खलन होते ही लोगों ने शोर मचाना और सीटीयां बजाकर सचेत करना शुरू कर दिया। इसी दौरान एसडीम और अन्य कर्मचारी कार्यालय से कंप्यूटर के साथ-साथ फाइलें लेकर दौड़ते नजर आए।
हर्षिल क्षेत्र में बनी झील का मुहाना खोलने के लिए जी तोड़ में मशक्कत जारी है लेकिन दलदलीय क्षेत्र होने के चलते मशीने झील तक नहीं पहुंच पा रही है। जिसकी वजह से यहां से जल निकासी नहीं हो रही है और यह झील खतरा बनी हुई है।
हालांकि भूस्खलन से सीएम कार्यालय को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इस घटना के बाद एसडीएम सोहन सिंह रांगड़ और उच्चाधिकारियों ने कुछ देर परिसर में खुले आसमान के नीचे ही प्रशासनिक कार्य निपटाये।
वहीं उत्तरकाशी में धराली आपदा के बाद सीमांत क्षेत्र के आठ गांवों में ग्रामीणों की मुश्किलें अभी काम नहीं हो रही हैं। बड़े वाहनों के लिए गंगोत्री हाईवे नहीं खुलने की वजह से आपदाग्रस्त क्षेत्र के लोगों की दिक्कतें बढ़ती जा रही है। क्षेत्र में रसोई गैस और राशन सामग्री का संकट गहरा रहा है।
वहीं पिथौरागढ़ के देवत गांव में रविवार को देर रात पहाड़ी से बोल्डर गिरने लगे जिस कारण लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल आए। डर के कारण 20 परिवारों के 80 से अधिक लोगों ने रात को एक बारात घर में शरण ली। पिछले दो-तीन दिनों से देवत गांव में पहाड़ी से पत्थर गिरने की कई घटनाएं हो चुकी है जिसके चलते लोग दहशत में हैं।
