उत्तराखंड निकाय चुनाव में टिकट नहीं मिलने से बगावत, BJP की बागियों को चुनौती-कांग्रेस मनाने में जुटी

उत्तराखंड निकाय चुनाव में टिकट न मिलने से खफा नेता जहां बगावत कर चुनाव मैदान में ताल ठोक चुके हैं, वहीं राजनीतिक दल फिलहाल सियासी आपदा प्रबंधन में जुटे हैं। भाजपा ने बागी नेताओं को चेतावनी दी है कि नाम वापस नहीं लिया तो निष्कासन किया जाएगा, वहीं कांग्रेस मान मनौव्वल में जुटी है।

भाजपा बागियों को दिया आज तक का अल्टीमेटम

निकाय चुनावों में पार्टी के घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन कराने वाले बागियों को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने गुरुवार तक का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों ने यदि नामांकन वापस नहीं लिए तो उनको छह साल के लिए निष्कासित किया जाएगा।

निकाय चुनावों में नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए भाजपा के 20 से अधिक नेताओं ने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन कराया है। पार्टी का प्रदेश संगठन और स्थानीय नेता लगातार बागी नेताओं के संपर्क में हैं और उन्हें मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उम्मीद जताई कि उनके जितने भी कार्यकर्ताओं ने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन कराया है वे अपना नाम वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि कई बार कार्यकर्ता भावावेश में इस तरह के कदम उठा देते हैं।

लेकिन सभी को गुरुवार तक का समय दिया गया है। यदि इसके बाद भी कोई चुनाव लड़ने के फैसले पर अडिग रहता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं के लिए पार्टी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो जाएंगे।

कांग्रेस माने तो स्वागत, तेवर दिखाए तो होंगे बाहर

उत्तराखंड के सौ निकायों में गतिमान चुनाव प्रक्रिया के तहत रूठों को मनाने का दौर जारी है। कांग्रेस फिलहाल पार्टी से छिटककर मैदान में उतरने वाले महारथियों को मनाने में जुटी है। मान गए तो ऐसे लोगों का स्वागत किया जाएगा, नहीं मानें तो पार्टी उन्हें निष्कासन का रास्ता भी दिखा सकती है। फिलहाल गुरुवार को नाम वापसी का समय समाप्त होने का इंतजार किया जा रहा है।

प्रदेश में निकाय चुनाव के तहत टिकटों की घोषणा के साथ ही विभिन्न निकायों में कई लोगों ने पार्टी से बाहर जाकर नामांकन दर्ज करा दिया। कांग्रेस में ऐसे बागियों की संख्या 25 से 30 बताई जा रही है। इस मामले में सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा ने पार्टी अध्यक्ष करन माहरा सहित सभी बड़े नेताओं को मोर्चा संभालते हुए बागियों को मनाने को कहा है।

उन्होंने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि अधिकतर लोग अपना नामांकन वापस लेते हुए पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को अपना समर्थन देंगे। साथ ही यह भी कहा कि पार्टी के खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ पार्टी संविधान के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। इसमें निष्कासन की कार्रवाई भी हो सकती है।

NEWS SOURCE Credit : livehindustan