प्रयागराज : अटाला बवाल के मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद पंप गिरोह के सदस्य साम्प्रदायिक सौहार्द भी बिगाड़ने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस का दावा है कि एक वर्ष बाद भी धार्मिक टिप्पणी को लेकर गिरोह के सदस्य लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे थे। इससे माहौल खराब हो सकता था।
गैंग के सदस्यों की इस कारस्तानी को ध्यान में रख शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया है। सोमवार को करेली पुलिस और एसओजी टीम ने मुकदमे में वांछित आरोपितों की तलाश में संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन कोई गिरफ्त में नहीं आया।
आरोपितों के करीबियों से जानकारी जुटा रही पुलिस
कुछ के परिवार में केवल महिलाएं मिलीं, जिनसे पूछताछ में पता चला कि मुकदमे की जानकारी होने पर वह घर छोड़कर कहीं चले गए हैं। उनके मोबाइल नंबर भी बंद हैं, इससे लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है।
हालांकि पुलिस आरोपित गुलाबबाड़ी अटाला के फैसल रजा, गौस नगर के आतिफ अहमद, अटाला के आरिफ अली, अहमद अली, आसिफ, रसूलपुर के इलियास, अतरसुइया के अब्दुल रहमान, अकबरपुर के हमजा अंसारी व आमिर खान के बारे में उनके करीबियों से भी जानकारी जुटा रही है।
आशंका जताई गई कि जिस तरह अटाला बवाल के बाद अधिकांश आरोपितों ने अपने रिश्तेदारों के घर में पनाह ली थी, वैसा ही कुछ इस बार भी हो सकता है। पुलिस का दावा है कि वांछित सभी आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रिमांड के लिए कोर्ट में दी गई अर्जी
जेल में बंद जावेद पंप का रिमांड बनवाने के लिए पुलिस की ओर से कोर्ट में अर्जी दी गई है, जिस पर 24 को सुनवाई होनी है। बताया गया है कि पुलिस अब गैंगस्टर के मुकदमे में रिमांड बनवाकर जावेद पर शिकंजा कसेगी। रिमांड बनने के बाद उसका जेल से बाहर आना कठिन हो जाएगा।
NEWS SOURCE : jagran