मां बनने का अनुभव बिल्कुल अलग होता है। फिर चाहे पहली बार बन रही हों या फिर दूसरी बार। इसी तरह से बच्चे के जन्म का समय भी हर बार अलग होता है। बच्चे के जन्म के लिए होने वाली प्रसव पीड़ा यानी लेबर पेन का अनुभव भी हर महिला के लिए बिल्कुल अलग होता है। खासतौर पर जो महिलाएं पहली बार मां बन रही हैं। उनके मन में ये सवाल जरूर आता है कि आखिर कितनी देर तक लेबर पेन होता है। एक्ट्रेस विदिशा श्रीवास्तव ने अपने डिलीवरी एक्सपीरिएंस को शेयर किया और बताया कि उन्हें 21 घंटों तक दर्द का सामना करना पड़ा था। जानें नॉर्मल डिलीवरी में कितने घंटे तक होता है लेबर पेन।
क्या होता है लेबर पेन?
लेबर पेन बच्चे के जन्म का प्रोसेस है। जिसमे पीठ और पेट के निचले हिस्से में तेज कॉटरेक्शन यानी संकुचन महसूस होता है। जिसे लेबर पेन कहते है। इस कॉटरेक्शन की मदद से गर्भाशय का द्वार फैलता है। जिससे बच्चे को बाहर निकलने में मदद मिलती है।
पहली बार मां बनने पर कितनी देर तक होता है लेबर पेन
पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को करीब 12 से 18 घंटे का लेबर पेन होता है। वहीं कुछ महिलाओं के लिए उससे भी ज्यादा समय तक होता रह सकता है। वहीं अगर महिला ने पहले से बच्चे को जन्म दिया है और दूसरी बार या अगली बार मां बन रही है तो लेबर पेन की तेजी बहुत ज्यादा होती है और समय कम हो जाता है। कई बार तो पहली बार से आधे समय में ही डिलीवरी हो जाती है।
NEWS SOURCE : livehindustan