जानिए बार-बार क्यों भड़क रहे हैं ट्रंप, पहले जेलेंस्की फिर पुतिन और अब ईरान

वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में आने से पहले कहा था कि राष्ट्रपति बनने के बाद वो रूस और यूक्रेन युद्ध को समाप्त करवा देंगे। अब राष्ट्रपति पद की शपथ लिए हुए ट्रंप को तीन महीने गुजर चुके हैं लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच जंग थमने की संभावना बनती नजर नहीं आ रही है। दोनों देशों के बीच पीस प्लान पर सऊदी अरब और व्हाइट हाउस में बातचीत हो रही है। लेकिन, कभी पुतिन इसमें अड़ंगा लगा देते हैं तो कभी यूक्रेन के तरफ से शर्तों पर पेंच फंस जाता है। ऐसे में ट्रंप कभी पुतिन को तो कभी जेलेंस्की को आंखें दिखाते रहे हैं। अब ईरान भी ट्रंप के निशाने पर आ गया है। 

ट्रंप ने ईरान को दी धमकी

सबसे पहले बात ईरान की करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार (30 मार्च) को ईरान को धमकी दी थी। ट्रंप ने कहा था कि अगर ईरान परमाणु समझौते को स्वीकार करने से इनकार करता है, तो उस पर बमबारी की जा सकती है। उन्होंने एनबीसी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, ‘अगर वो कोई सौदा नहीं करते हैं, तो बमबारी होगी और यह ऐसी बमबारी होगी, जैसी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी होगी।’

ईरान ने दिया जवाब

न्यूक्लियर डील को लेकर डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों का ईरान ने जवाब दे दिया है। ईरान ने अपनी मिसाइलों को तैनात करना शुरू कर दिया है. तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने देश भर में भूमिगत सुविधाओं के भीतर अपनी मिसाइलों को लॉन्च करने के लिए तैयार मोड में रखा है, जो हवाई हमलों का सामना करने के लिए डिजाइन की गई हैं। इस रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि जरूरत पड़ने अमेरिकी ठिकानों पर हमला किए जाने की भी पूरी तैयारी है।

आमने-सामने ईरान और अमेरिका

दरअसल, ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह खत्म करने की मांग तेज कर दी है। अमेरिका साफ कर चुका है कि वह ईरान को अपना परमाणु कार्यक्रम विकसित करने और परमाणु हथियार हासिल करने की अनुमति नहीं दे सकता। इसी क्रम में ट्रंप की यह ताजा धमकी आई। हालांकि, इसके जवाब में ईरान ने भी कड़े तेवर दिखाए हैं।

‘जेलेंस्की बच नहीं पाएंगे’

ईरान के बाद अब बात यूक्रेन की करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को दो टूक चेतावनी दी है। डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की पर मिनरल डील को लेकर भी निशाना साधा है। ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन कभी भी NATO का सदस्य नहीं बनने जा रहा है। अगर यूक्रेन के राष्ट्रपति को लग रहा है कि वह इस डील पर दोबारा बातचीत करके बच जाएंगे तो ऐसा नहीं होगा। यह पहला मौका नहीं है जब ट्रंप ने जेलेंस्की को चेतावनी दी है। इससे पहले जब व्हाइट हाउस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच बैठक हुई थी जो हुआ था वो पूरी दुनिया ने देखा था।

ट्रंप ने पुतिन को भी दी चेतावनी

जेलेंस्की को धमकी देने से पहले ट्रंप ने पुतिन को भी वॉर्निंग दी थी। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन के साथ युद्धविराम समझौते में बाधा डालने के आरोप लगाए थे। ट्रंप ने कहा था कि वो पुतिन से बहुत नाराज हैं। ट्रंप ने यहां तक कह दिया था कि अगर रूस सीजफायर की कोशिशों में बाधा डालेगा तो वह रूसी तेल पर 25 से 50 प्रतिशत तक सेकेंडरी टैरिफ लगा देंगे। ट्रंप ने यह बात तब कही जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के नेतृत्व की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगाए। पुतिन के बयान से ट्रंप नाराज हो गए और इसके बाद उन्होंने कहा कि रूस की टिप्पणी सही दिशा में नहीं जा रही हैं। 

एलन मस्क ने ट्रंप को दिया झटका? 

एलन मस्क और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच क्या चल रहा है इस पर भी नजर डाल लेते हैं। दरअसल,  अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एलन मस्क ने बड़ा झटका दिया है। मस्क ने अब ट्रंप का साथ छोड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही वह ट्रंप द्वारा दिए गए अहम पद डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का पद भी छोड़ने जा रहे हैं। एलन मस्क के इस कदम से अमेरिका में बवाल मच गया है। लोगों का कहना है कि मस्क की नीतियों से कई एजेंसियां बंद हो गई हैं, जिससे लाखों लोगों की नौकरी चली गई है। मस्क को DOGE के के प्रमुख के रूप में ट्रंप ने नियुक्त किया था। वह अमेरिका में सरकारी खर्चों में कटौती करने के लिए ‘विशेष सरकारी कर्मचारी’ के रूप में 130 दिनों के लिए नियुक्त किए गए थे। 

‘तीसरा विश्व युद्ध ज्यादा दूर नहीं’

डोनाल्ड ट्रंप मध्य पूर्व और यूरोप में चल रहे युद्ध को लेकर लगातार बयान देते रहे हैं।  हाल ही में ट्रंप ने तीसरे विश्व युद्ध को लेकर भी अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा था कि जिस तरह के हालात चल रहे हैं उससे लगता है कि तीसरा विश्व युद्ध ज्यादा दूर नहीं है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक मियामी में एक सभा को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि हम दुनिया भर में चल रहे युद्धों को समाप्त करने और दुनिया में शांति बहाल करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हम नहीं चाहते कि अब और ज्यादा लोग युद्ध की वजह से मरें। उन्होंने कहा कि अगर हम मध्य पूर्व और यूक्रेन में हुई मौतों को देखें को आप समझ सकते हैं कि आप तीसरे विश्व युद्ध से ज्यादा दूर नहीं है।

NEWS SOURCE Credit : indiatv