उत्तराखंड में बिजली चोरी की कोशिश उस वक्त नाकाम हो गई जब चोरों ने स्मार्ट मीटर में छेड़छाड़ करने की कोशिश की। दरअसल, रुड़की के गुरुकुल नारसन स्थित 33 केवी सब स्टेशन में रात करीब एक बजे चार लोग भीतर घुसे और उन्होंने वासू स्टील फैक्टरी के मीटर में छेड़छाड़ शुरू की। लेकिन यह स्मार्ट मीटर था, जो छेड़छाड़ की कोशिश को तुरंत भांप गया और कंट्रोल रूम में अलर्ट भेज दिया।

स्मार्ट मीटर की विशेषता
स्मार्ट मीटर की विशेषता यह है कि इसमें छेड़छाड़ की कोशिश को तुरंत पकड़ लिया जाता है और कंट्रोल रूम में अलर्ट भेज दिया जाता है। इससे बिजली चोरी की कोशिशें नाकाम हो जाती हैं और बिजली विभाग को इसकी जानकारी मिल जाती है।
बिजली चोरों की गिरफ्तारी
इस मामले में, जब चोरों ने मीटर में छेड़छाड़ की कोशिश की, तो स्मार्ट मीटर ने तुरंत अलर्ट भेज दिया और कंट्रोल रूम में इसकी जानकारी पहुंच गई। इससे घबराकर भागे चोरों को पुलिस ने पकड़ लिया और उनसे पूछताछ की जा रही है।
बिजली विभाग की कार्रवाई
बिजली विभाग ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए जेई और एक्सईएन को निलंबित कर दिया है और जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। इससे बिजली चोरी की कोशिशों को रोकने में मदद मिलेगी और बिजली विभाग को अपनी सेवाओं में सुधार करने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
स्मार्ट मीटर की तकनीक बिजली चोरी की कोशिशों को रोकने में मदद कर रही है और बिजली विभाग को अपनी सेवाओं में सुधार करने में मदद मिल रही है। इससे बिजली की बचत होगी और बिजली विभाग को अपनी सेवाओं में सुधार करने में मदद मिलेगी।