अमेरिका ने बताया: रतन टाटा ने भारत और दुनिया को कैसे बदला?

मशहूर उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर अमेरिका ने शोक जताया है.

भारत में अमेरिका के वाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”हम दिग्गज उद्योगपति, एक दूरदर्शी बिज़नेस लीडर और नेशनल आइकन के निधन पर शोकमय हैं.”

“इनोवेशन और परोपकार के प्रति रतन टाटा की अटूट प्रतिबद्धता ने भारत और दुनिया को बदल दिया. उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी. हम उनके परिवार, दोस्तों और भारत के लोगों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं.”

मुंबई के ब्रीच कैंड अस्पताल में बुधवार को रतन टाटा का निधन हो गया था. गुरुवार को उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि के लिए नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स, मुंबई में रखा जाएगा.

यहां आम लोग उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे.

झारखंड में एक दिन का राजकीय शोक.

रतन टाटा के निधन पर झारखंड सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.

मुख्यमंंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,” झारखंड जैसे देश के पिछड़े राज्य को विश्व में पहचान दिलाने वाले टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन एवं पद्मविभूषण श्री रतन टाटा जी के देहावसान पर एक दिवसीय राज्यकीय शोक की घोषणा की जाती है.”

टाटा समूह का झारखंड से खास जुड़ाव रहा है. टाटा ग्रुप ने अपना पहला स्टील प्लांट जमशेदपुर में लगाया था.

जमशेदपुर के लोगों का कहना है रतन टाटा जब भी यहां आते थे लोगों से बड़ी आत्मीयता से मिलते हैं. उनका इस शहर से खास जुड़ाव रहा है.

रतन टाटा का बुधवार रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया था.

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था. 9 अक्टूबर 2024 को उन्होंने अंतिम सांस ली.

भारत सरकार ने रतन टाटा को पद्म विभूषण से सम्मानित किया था.