कर्नाटक सरकार ने शुक्रवार को रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु साउथ करने का फैसला किया. सिद्धारमैया सरकार के इस फैसले पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. आचार्य दास ने इस कदम को सनातन परंपरा और राम की परंपरा के प्रति असम्मान करार दिया है.
दरअसल, कर्नाटक कैबिनेट ने हाल ही में रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलूरु दक्षिण करने को मंजूरी दे दी. इस फैसले के बाद, आचार्य सत्येन्द्र दास ने टिप्पणी की, “योगी आदित्यनाथ जैसे नेता राम की परंपरा और सनातन धर्म की गरिमा को बनाए रखते हुए नाम बदलते हैं. वे (कर्नाटक सरकार) अपने ढंग से नाम बदलते हैं, और ऐसा लगता है कि उन्हें राम का नाम अच्छा नहीं लगता. इस प्रकार के लोग सनातन विरोधी हैं और मैं उनकी कड़ी निंदा करता हूं.”
आचार्य दास ने आगे कहा कि यह निर्णय केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक असंवेदनशीलता का प्रतीक नहीं है, बल्कि एक ऐसा कदम है जो समाज को सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों से विमुख कर सकता है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसे कदम सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों को कमजोर करते हैं.
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