केदारनाथ मंदिर के पीछे ग्लेशियर में मिला नर कंकाल ….

और स्कूल ID से हुई शिनाख्त
केदारनाथ मंदिर के पीछे चौराबाड़ी ग्लेशियर में मानव कंकाल मिलने का मामला सामने आया है. कंकाल के पास मिली आईडी और मोबाइल फोन के आधार पर मृतक की पहचान तेलंगाना के रहने वाले युवक नोमुला रोश्वन्थ के रूप में हुई है. प्रशासन ने कंकाल को जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग भेजकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

केदारनाथ मंदिर से ऊपर चौराबाड़ी ताल के पास एक नर कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया है. कंकाल के पास से कॉलेज की आईडी बरामद हुई है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह शव उसी युवक का है. यह कंकाल पुलिस ने कब्जे में लेकर जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग भेजा है. इसी के साथ कॉलेज आईडी के आधार पर परिजनों से संपर्क किया जा रहा है.

दरअसल, केदारनाथ मंदिर से 3 किलोमीटर ऊपर चौराबाड़ी झील है, जिसे गांधी सरोवर भी कहा जाता है. इस झील के आसपास नर कंकाल मिलने की सूचना मिली. चौराबाड़ी झील समुद्रतल से करीब 12,800 फीट की ऊंचाई पर है, जिसे वर्ष 2013 की आपदा के लिए भी जिम्मेदार माना जाता है.
कभी-कभार यात्रियों के यहां फंसने के बाद रेस्क्यू भी किया गया है. बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद अक्सर यहां यात्रियों का आना-जाना होता है, जबकि प्रशासन ने यहां जाने पर रोक लगा रखी है. चौराबाड़ी झील के पास नर कंकाल मिलने की सूचना के बाद सेक्टर अधिकारी केदारनाथ, पुलिस व वाईएमएफ के जवान मौके पर पहुंचे और कंकाल को कब्जे में लेकर नीचे आए. इसके बाद जरूरी कार्रवाई को लेकर जिला अस्पताल रूद्रप्रयाग भेजा गया.

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ धाम में व्यवसाय कर रहे कुछ स्थानीय युवक खाली समय में केदारनाथ मंदिर से पीछे चौराबाड़ी ग्लेशियर की तरफ गए थे. उन्होंने देखा कि इस क्षेत्र में पत्थरों के बीच मनुष्य का कंकाल दिख रहा है. इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पर चौकी केदारनाथ से पुलिस बल व केदारनाथ में नियुक्त प्रशासन की टीम के सदस्य यात्रा मैनेजमेंट फोर्स सहित पहुंचे.
उस कंकाल के पास एक बैग में मोबाइल फोन और आईडी मिली है. पुलिस व वाईएमएफ टीम ने कंकाल को कब्जे में लिया. बरामद आईडी के आधार पर तेलंगाना पुलिस और परिजनों से संपर्क किया. परिजनों और संबंधित जिले की पुलिस ने बताया कि इस व्यक्ति की गुमशुदगी पिछले साल 31 अगस्त को दर्ज की गई थी.
परिजनों का इस व्यक्ति से आखिरी बार 30 अगस्त 2024 को संपर्क हुआ था. इस व्यक्ति ने परिजनों को बताया था कि वह उत्तराखंड में है, जबकि उसने घर से दिल्ली तक जाने की बात कही थी. उक्त व्यक्ति की पहचान नोमुला रोश्वन्थ पुत्र नोमुला गणेश के रूप में हुई है, जो राजेश्वरोपेट विलेज इब्राहिमपट्टनम मंडल जिला जगतियाल तेलंगाना का रहने वाला था.