New Delhi : सुप्रीम कोर्ट आज करेगा CAA पर 200 से ज्यादा याचिकाओं पर सुनवाई…

New Delhi : सुप्रीम कोर्ट आज करेगा CAA पर 200 से ज्यादा याचिकाओं पर सुनवाई...

नई दिल्ली : (शाहिद अंसारी) सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को केंद्र द्वारा विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 (सीएए) के कार्यान्वयन को चुनौती देने वाली 200 से अधिक याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. याचिकाओं में CAA और नागरिकता संशोधन नियम 2024 के कार्यान्वयन पर रोक लगाने की मांग की गई है. Supreme Court will hear more than 200 petitions on CAA today

याचिकाओं की सुनवाई भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा की जाएगी जिसमें न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा शामिल होंगे. Supreme Court will hear more than 200 petitions on CAA today

पिछले हफ्ते, वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष केरल स्थित इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) द्वारा दायर एक याचिका का उल्लेख करते हुए कहा था कि विवादास्पद कानून को लागू करने का केंद्र का कदम संदिग्ध था क्योंकि लोकसभा चुनाव तेजी से नजदीक आ रहे हैं. Supreme Court will hear more than 200 petitions on CAA today

कानून को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ताओं में कहा गया है कि सीएए धर्म के आधार पर मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव करता है. यह भी तर्क दिया गया है कि यह धार्मिक अलगाव है और अनुच्छेद 14 के तहत गुणवत्ता के अधिकार का उल्लंघन करता है. Supreme Court will hear more than 200 petitions on CAA today

इन लोगों ने भी दायर की याचिका
IUML के अलावा, कुछ अन्य याचिकाकर्ताओं में तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा शामिल हैं; कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश; AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी; असम कांग्रेस नेता देबब्रत सैकिया; गैर सरकारी संगठन रिहाई मंच और सिटीजन्स अगेंस्ट हेट, असम एडवोकेट्स एसोसिएशन; और कुछ कानून के छात्र हैं. Supreme Court will hear more than 200 petitions on CAA today

IUML, देबब्रत सैकिया, असोम जातियताबादी युवा छात्र परिषद (एक क्षेत्रीय छात्र संगठन), डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) ने भी सीएए नियम, 2024 को चुनौती दी है. Supreme Court will hear more than 200 petitions on CAA today

केरल पहला राज्य था जिसने 2020 में सीएए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और कहा कि यह भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त समानता के अधिकार के प्रावधानों के खिलाफ है. राज्य ने सीएए नियमों को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में मामला भी दायर किया है. Supreme Court will hear more than 200 petitions on CAA today

पूरे मामले में, केंद्र ने अपना रुख बरकरार रखा है और कहा है कि यह नागरिकों के कानूनी, लोकतांत्रिक या धर्मनिरपेक्ष अधिकारों को प्रभावित नहीं करेगा और अदालत से इसे चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज करने का अनुरोध किया गया है. Supreme Court will hear more than 200 petitions on CAA today