राजकमल कॉलेज, बहादराबाद में “पर्यावरणीय परिवर्तन का प्राणि जीवन पर प्रभाव” विषयक कार्यशाला आयोजित

बहादराबाद। राजकमल मैनेजमेंट एंड साइंस कॉलेज बहादराबाद में प्राणि विज्ञान विभाग द्वारा “पर्यावरणीय परिवर्तन का प्राणि जीवन पर प्रभाव” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण संरक्षण और प्राणि विविधता के प्रति जागरूकता पैदा करना तथा उन्हें वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाना था।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ. मोo आदिल, सहायक प्रोफेसर, प्राणी विज्ञान विभाग, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, देवप्रयाग ने कहा कि “पर्यावरण संरक्षण ही प्राणि जीवन की रक्षा का आधार है।” उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, वनों की कटाई और अन्य मानव गतिविधियाँ जैव विविधता और प्राणि जीवन के लिए गंभीर खतरा बन चुकी हैं। डॉ. आदिल ने छात्रों को सतत विकास के लिए पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान देने को भी प्रेरित किया। उनका आग्रह था कि नई पीढ़ी इस दिशा में ठोस कदम उठाए।
कार्यशाला में छात्रों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई और विभिन्न प्राणि प्रजातियों पर पर्यावरणीय परिवर्तन के प्रभाव, जैव विविधता के संरक्षण और सतत विकास की दिशा में कदम उठाने के तरीकों पर चर्चा की। इस कार्यशाला के माध्यम से छात्रों ने न केवल पर्यावरणीय समस्याओं की गंभीरता को समझा, बल्कि उनके समाधान में योगदान देने की प्रेरणा भी प्राप्त की।
डॉ. आदिल द्वारा छात्रों को राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने छात्रों को परीक्षा के उद्देश्य, पात्रता, पद्धति और इसके लाभों से अवगत कराया।
जिसके माध्यम से देशभर के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक के पदों पर नियुक्ति तथा जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) प्रदान की जाती है।उन्होंने कहा कि NET परीक्षा छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने का स्वर्ण अवसर है। तथा छात्र शिक्षण और शोध दोनों क्षेत्रों में उज्ज्वल भविष्य बना सकते हैं।
राजकमल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राघवेंद्र चौहान ने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच और पर्यावरणीय जिम्मेदारी की भावना विकसित करते हैं। उन्होंने बताया कि राजकमल कॉलेज नियमित रूप से इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करता रहेगा, ताकि विद्यार्थी तकनीकी और अनुसंधान क्षमताओं के क्षेत्र में और अधिक सशक्त बन सकें।
प्राणी विज्ञान विभागाध्यक्ष इशिका पंडित ने इस कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा कि यह विद्यार्थियों के लिए नई वैज्ञानिक और तकनीकी अवधारणाओं को सीखने और समझने का उत्कृष्ट अवसर है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे कार्यशालाओं का आयोजन निरंतर किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों का ज्ञान और अनुभव दोनों बढ़ेंगे।
कार्यशाला में श्रीमती राजेश देवी (सचिव, राजकमल कॉलेज), महाविद्यालय के प्रबंध समिति सदस्य दुष्यंत प्रताप, नितिन प्रताप, तथा वक्तागण डॉ. दीक्षा चौहान, डॉ. दीपा, डॉ. नीरज शर्मा, डॉ. अनिरुद्ध कुमार, प्रवीण कुमार, अजय कुमार, इशिका पंडित, विनीत कुमार, फ़िज़ा राव, आस्था यादव, सिया पाल, प्रिया सैनी, नैनसी चौहान, शिखा राठी, अरबाब राव, रवि कुमार, राजदेव रावत सहित स्टाफ और विद्यार्थियों ने भाग लिया।