हालांकि इस यान से अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स अभी भी अंतरिक्ष में ही हैं और वे अगले साल तक धरती पर वापस आएंगे. दोनों ही फ़िलहाल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद हैं.
ऑर्बिटिंग लैब से अनडॉक होने के बाद ख़ाली अंतरिक्ष यान ऑटोनॉमस मोड (स्वचालित) पर ही चल रहा था.
अंतरिक्ष यान के कैप्सूल में तकनीकी ख़राबी आने के बाद इससे अंतरिक्ष यात्रियों को वापस धरती पर लाना ख़तरनाक माना जा रहा था.
अब दोनों ही अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेसएक्स के अंतरिक्ष यान क्रू ड्रैगन के माध्यम से अगले साल फ़रवरी तक धरती पर वापस लाया जाएगा.
धरती पर वापस आने के लिए स्टारलाइनर को छह घंटे की यात्रा करनी पड़ी. धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने के बाद इस अंतरिक्ष यान की गति को धीमा करने के लिए पैराशूट का इस्तेमाल भी किया गया.