नई दिल्ली: मालदीव के सामने भारी आर्थिक संकट आ गया है। मालदीव की हालत अब पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी होने वाली है। ऐसे में मालदीव के बढ़ते आर्थिक संकट के बीच भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह स्थिति के बारे में द्वीपीय देश के साथ निकट संपर्क में है। मालदीव की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ रहा है, जिसका मुख्य कारण कर्ज का संकट है।

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक सवाल पर कहा, ‘‘मालदीव के अधिकारियों के सामने मौजूद स्थिति को लेकर हम उनके साथ लगातार संपर्क में हैं।’’ जायसवाल ने मालदीव सरकार द्वारा हाल में किए गए कुछ समझौतों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि इनसे राजस्व हानि होने की आशंका है और यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपनी नीतियां बनाते समय निश्चित रूप से इस बात को ध्यान में रखना होगा।’’
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच आगामी वार्ता के संबंध में एक सवाल पर जायसवाल ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि पारस्परिक रूप से सहमत सभी समझौतों का सम्मान किया जाएगा। बीएसएफ और बीजीबी के बीच महानिदेशक स्तर की वार्ता 17 फरवरी से 20 फरवरी तक नयी दिल्ली में होनी है। जायसवाल ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि परस्पर सहमति वाले सभी समझौता ज्ञापनों और समझौतों का सम्मान किया जाएगा। ये सीमा सुरक्षा बलों के बीच ठोस जुड़ाव का आधार बनते हैं और सीमा पर पारस्परिक रूप से लाभकारी सुरक्षा और व्यापार बुनियादी ढांचे के निर्माण की सुविधा प्रदान करते हैं।
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