मिसाइल मैन ”डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम” की पुण्यतिथि आज, पढ़ें प्रेरणादायक विचार

भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज पुण्यतिथि है. डॉ. कलाम अपनी योग्‍यता और अपनी महान बातों के लिए दुनियाभर में जाने जाते हैं. उनके मुंह से निकले हर शब्‍द युवाओं के लिए प्रेरणास्‍त्रोत हैं. अगर हम उनकी बातों को अपने जीवन में अमल करें तो सफलता तो हमारे कदम चूमेगी ही, हम एक बेहतर इंसान भी बन सकेंगे. आइए इस अवसर पर हम उनकी कही प्रेरणादायक बातें पढ़ें.

डॉ कलाम छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक किताब की तरह थे जिनकी कही हर बातें कई जेनरेशन के युवाओं को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्र‍ेरित करती रहेंगी. उन्‍होंने एक बार कहा था कि ‘‘इंतजार करने वाले को उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं” इस तरह वे प्रयास करने और कुछ हासिल करने के लिए कदम आगे बढ़ाने पर हमेशा जोड़ देते रहे.

‘‘जीवन में सफलता का आनंद तभी है, जब कोई सफलता कठिनाई से प्राप्त की जाती है” उनकी यह बातें उनकी खुद के जीवन की सफलता की कहानी बयां करती है. अगर आप सफलता का आनंद उठा रहे हैं यानी कि आपने उसे हासिल करने के लिए कठिन मेहनत किया है.

‘‘जीवन में पहली सफलता के बाद रूकें नहीं, क्योंकि अगर आप दूसरे प्रयास में असफल हो गए तो लोग यही कहेंगे कि आपकी पहली सफलता भाग्य की वजह से मिली थी” यह बात उन छोत्रों या युवाओं के लिए कही गई है जो एक ही सफलता में संतुष्‍ट हो जाते हैं और आगे बढ़ने से रह जाते हैं. इसलिए पहली सफलता पर रुकने के बजाय आगे बढ़ें.

‘’सपने तभी सच होते हैं जब हम सपने देखना शुरू करते हैं. सपना, वो नहीं, जो आपने नींद में देखा, सपने तो वो हैं जो आपको नींद ही न आने दे” सपने के महत्‍व को लेकर डॉ कलाम अपने कई सेमिनारों और वक्‍तव्‍यों में विस्‍तार से बात बताई है. उन्‍होंने युवाओं को हमेशा सपने देखने के लिए प्रेरित किया है.

‘’इंसान के लिए कठिन हालात का होना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसके बिना सफलता का आनंद आप नहीं उठा सकते हैं” डॉ कलाम ने जीवन में कठिनाइयों को काफी जरूरी माना है. कठिनाइयां इंसान को मजबूत बनाती हैं और सफलता की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं.

‘‘अगर आपको लगे की आप अकेले हैं, तो सबसे पहले आकाश की तरफ देखें, पूरा ब्रह्माण्ड आपका साथ देने के लिए तैयार है, सिर्फ आपको मेहनत करने की जरूरत है” डॉ कलाम की यह बात युवाओं को हौसला देने के लिए काफी है. उनका यह मानना था कि जब आप मेहनत करते हैं तो पूरा ब्रह्माण्ड आपके साथ होता है.

‘‘किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए इसे अपना लक्ष्य बनाना होगा, और लक्ष्य तभी पूरे होते हैं जब आप उसके प्रति समर्पित होते है” जीवन में अगर आपने अपना लक्ष्‍य तय कर लिया है तो आपके सफर का आधा रास्‍ता पूरा हो चुका है. डॉ कलाम की ये बातें वाकई हमें जीवन में हमेशा चलते रहने के लिए प्रेरणा देते रहेंगे.